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बिहार राज्य सरकार द्वारा निश्चय योजना की शुरुआत की गई जिसके तहत शौचालय निर्माण घर का सम्मान योजना का प्रारंभ 27 सितंबर 2016 को किया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी विकास और आवास विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनवाना है जिस पर कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत बिहार राज्य के प्रत्येक घर में बिना किसी भेदभाव के खुले में शौच करने पर रोक लगाई जाएगी और साथ ही बिहार को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की पहल करते हुए प्रत्येक घर में अपना खुद का एक शौचालय बनवाया जाएगा। सरकार ने इस योजना के लिए एक अच्छा खासा बजट तैयार किया है जिससे वे पूरे राज्य में 5 वर्षो के अंदर 1.68 करोड शौचालयों का निर्माण करवाएंगे।

इस योजना से उनका मुख्य उद्देश्य सामुदायिक व्यवहार में परिवर्तन लाना और शौचालयों के नियमित उपयोग के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। ताकि लोगों में संक्रमण जैसी बीमारी ना फैले और साथ ही राज्य के वातावरण को भी स्वच्छ बनाया जा सके। इस निश्चय को पूरा करने के लिए सरकार ने इस योजना के तहत दो अभियान प्रारंभ किए हैं।

  1. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान
  2. शौचालय निर्माण योजना
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान 

बिहार सरकार द्वारा निर्धारित लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान का क्रियान्वयन सबसे पहले ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना के तहत जनादेश लाभार्थियों द्वारा 1.21 करोड़ व्यक्तिगत घरेलू शौचालय का निर्माण करने का प्रावधान किया गया है। जिन क्षेत्रों में परिवारों के पास अधिक भूमि उपलब्ध नहीं है उन क्षेत्रों में सामुदायिक स्वच्छता केंद्र का निर्माण करना ही उनका मुख्य उद्देश्य है।

सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्रामीण लोगों के बीच व्यक्तिगत और घरेलू शौचालयों का निर्माण कर के ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच करने की प्रथा को पूरी तरह से समाप्त किया जाए और लोगों के बीच व्यावहारिक परिवर्तन भी लाया जाए। शौचालय बनवाने के बाद वे प्रकृति के साथ-साथ लोगों के व्यवहार में भी परिवर्तन लाना चाहते हैं और उन्हें नियमित रूप से शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। इस योजना के तहत 8386 गांव की पंचायतें इस योजना में सहयोग करने के लिए आगे आई हैं।

शौचालय निर्माण योजना

इस योजना के तहत शहरी विकास और आवास विभाग द्वारा शहरी क्षेत्रों में इस योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिस दिन से या योजना आरंभ हुई है उस दिन से लेकर अब तक 5.81 लाख व्यक्तिगत घरेलू शौचालय बना दिए गए हैं। उसी प्रकार भूमिहीन शहरी परिवारों के लिए भी 66361 स्वच्छता केंद्र शौचालयों का निर्माण 143 शहरी स्थानीय क्षेत्रों में प्रारंभ कर दिया है। साथ ही 3377 शहरी वार्ड ऐसे हैं जहां पर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण भी किया जा रहा है ताकि लोगों को खुले में शौच करने से रोका जा सके।

इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में रहने वाले प्रत्येक परिवार बिना किसी भेदभाव के इस योजना के लाभार्थी बन सकेंगे। वित्तीय वर्ष दो हजार अट्ठारह उन्नीस के तहत 4.92 लाख परिवारों को अब तक इस योजना के तहत सुविधाएं प्रदान की जा चुकी हैं। लगातार इस योजना को कार्यान्वित किया जा रहा है और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ प्रदान करने की कोशिश की जा रही है।

इस योजना में सरकार द्वारा जो मुख्य उद्देश्य निर्धारित किया गया है उसके अनुसार काम किया जा रहा है ताकि लोगों में फैलने वाली संक्रमण बीमारियों से निजात पाई जा सके और साथ ही उन्हें एक स्वच्छ पर्यावरण दिया जा सके।



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