- July 19, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Central Govt Schemes
भारत सरकार ने वर्ष 2015 में देश के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू के थी। इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों की जमीन की मिट्टी की गुणवत्ता का अध्ययन करके उन्हें एक अच्छी फसल प्राप्त करने में सॉइल हेल्थ कार्ड की सहायता प्रदान करती है। भारत सरकार किसानों को Soil Health Card Scheme के तहत एक हेल्थ कार्ड प्रदान करेगी जिसमें किसानों की जमीन के मिट्टी के प्रकार की जानकारी उपलब्ध होगी ताकि किसान अपने मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर अच्छी फसल उगा सकें। आज हम यहां आपको अपने इस लेख में Soil Health Card से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। तो यदि आप मृदा स्वास्थ्य कार्ड से जुड़ी विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम
`भारत सरकार प्रत्येक 3 साल में किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड प्रदान करती है। यह कार्ड 3 सालों में एक बार किसान की भूमि की गुणवत्ता की जांच कर उसे प्रदान किया जाता है। केंद्र सरकार का उद्देश्य 3 सालों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत पूरे भारत में लगभग 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी कराना है। इस Soil Health Card में खेतों के लिए पोषक एवं उर्वरकों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। यह मृदा स्वास्थ्य कार्ड एक प्रकार का रिपोर्ट कार्ड है जिसमें आप की भूमि की मिट्टी के गुण के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी। `
योजना का नाम | सॉइल हेल्थ कार्ड योजना |
आरम्भ की गई | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी |
वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | देश के किसान |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
उद्देश्य | देश के किसानो को लाभ पहुँचाना |
लाभ | फसलों के उत्पादन में वृद्धि |
श्रेणी | केंद्र सरकार योजना |
सॉइल हेल्थ कार्ड का उद्देश्य
भारत सरकार का मृदा स्वास्थ्य कार्ड को शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी भूमि का अध्ययन करके मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करना है। इस कार्ड के माध्यम से किसान अधिक से अधिक खेती कर सकेंगे। मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों को उनके खेतों की मिट्टी के स्वास्थ्य के अनुसार फसल लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इतना ही नहीं Soil Health Card Scheme के माध्यम से मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार फसल लगाने पर फसलों की उत्पादकता में भी बढ़ोतरी होगी जो किसानों की आय की वृद्धि का कारण बनेगी। इसके साथ ही यह योजना खाद के उपयोग से मिट्टी के आधार एवं संतुलन को बढ़ावा देने की और भी कार्य करेगी जो किसानों को कम कीमत में अधिक पैदावार का फल देगा।`
मुख्य तथ्य
- इस योजना के तहत देश के किसानों को उनके खेतों की मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जायेगा।
- सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम का लाभ सरकार द्वारा देश के 14 करोड़ किसानों को प्रदान किया जाएगा।
- किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना माध्यम से उनके खेतों के अनुसार फसल लगाने की सलाह दी जाएगी।
- किसानों को सॉइल हेल्थ कार्ड के तहत एक रिपोर्ट दी जाएगी और इस रिपोर्ट में उनकी जमीन की मिट्टी की पूरी जानकारी होगी।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड के तहत किसानों को हर 3 साल में खेत के लिए एक मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाएगा।
- भारत सरकार ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के अंतर्गत 568 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का लाभ देश के सभी किसान उठा सकते हैं।
- सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के पहले चरण (वर्ष 2015 से 2017) में केंद्र सरकार द्वारा 10.74 करोड़ कार्ड और दूसरे चरण (वर्ष 2017-2019) में 11.69 करोड़ कार्ड वितरित किए गए हैं।
- किसानों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए Soil Health Card Scheme 2023 की मदद से पोषक तत्वों की सही मात्रा का उपयोग करने और अपने खेतों की मिट्टी की उर्वरता में सुधार के साथ-साथ मिट्टी की पोषक स्थिति के बारे में जानकारी मिल रही है।`
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के लाभ तथा विशेषताएं
- केंद्र सरकार द्वारा Soil Health Card का शुभारंभ किया गया है।
- इस योजना के अंतगर्त किसान अपने खेतों में ज्यादा खेती कर पाएंगे।
- Soil Health Card को मुद्रा स्वास्थ्य कार्ड योजना के नाम से भी जाना जाता है।
- सरकार द्वारा किसानों को सोयल हेल्थ कार्ड योजना के अंतगर्त केवल एक ही कार्ड को वितरित किया जाता है, जिसके माध्यम से किसान अपने खेत की जमीन की मिट्टी की भली-भाँति जाँच कर सकते है।
- राज्यों के किसानो को यदि अपनी मिट्टी के प्रकार की भली-भाँति जानकारी होगी तभी वह उसके अनुसार ही अपने खेतों में फसल उगा पायेगा और साथ ही फसल अच्छी होने पर किसान एक अच्छे मुनाफ़े का भी लाभ प्राप्त कर पाएंगे।
- सोयल हेल्थ कार्ड के माध्यम से किसानों को उनके खेत की मिटटी से संबंधित पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी।
- साल 2015 में सोयल हेल्थ कार्ड योजना को आरंभ किया गया था।
- किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए, खेतों में उपयोग में लाई जाने वाली खाद के उपयोग से मिट्टी के आधार और संतुलन को बढ़ाने के लिए इस योजना का आरम्भ किया गया था।
- खेतों में अधिक पैदावार करने के लिए किसानों को कम लागत लगानी पड़े इसे Soil Health Card माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा।
- किसानों को प्रदान किये गए सॉइल हेल्थ कार्ड के माध्यम से उनके खेतों की मिट्टी के अनुसार उन्हें फसल लगाने के सुझाव भी प्रदान किए जाएंगे।
- इस कार्ड के माध्यम से किसानों को इस प्रमुख जानकारी के बारे में भी बताया जाता है, कि मिट्टी के अंदर कितनी मात्रा में क्या चीज है और किस फसल के लिए कितनी खाद और कौन सी खाद को उपयोग में लाया जायेगा।
- खेतों में किसानों द्वारा की गई मेहनत से उत्पाद में बढ़ोतरी भी Soil Health Card के माध्यम से की जाएगी।`
सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
देश के जो भी किसान Soil Health Card Scheme 2023 के तहत आवेदन करना चाहते है। वे नीचे दी गयी चरण दर चरण प्रक्रिया का पालन करके योजना के तहत आवेदन कर सकते है।
- सबसे पहले आपको मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जायेगा।`
- वेबसाइट के होमपेज पर आपको मेन्यू में “Login” के विकल्प पर देना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।`
- इस पेज पर आपको अपने राज्य का चयन करके कंटिन्यू का बटन दबाना होगा।
- अब आपको Register New User के लिंक पर क्लिक कर देना है और फिर एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में मांगी गयी सभी जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करे और सबमिट का बटन दबाएं।
- इस प्रकार आपके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अब आप पोर्टल पर लॉगिन करके योजना के लिए आवेदन कर सकते है।