- June 8, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Uttar Pradesh
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना को उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा जारी किया गया है। योजना के माध्यम से गरीब श्रमिक वर्ग के बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृति की वित्तीय धनराशि प्रदान की जाएगी। राज्य में बहुत से ऐसे श्रमिक परिवार है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनके बच्चे अपनी पढ़ाई को पूर्ण नहीं कर पाते है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के द्वारा संत रविदास शिक्षा सहायता योजना को शुरू किया गया है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से योजना से जुड़ी सभी जानकारी प्रदान करेंगे। अतः योजना से संबंधित पूर्ण लाभ की प्राप्ति के लिए आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना
मजदूर दिवस के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा श्रमिकों के बच्चों के लिए Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana का शुभारंभ किया गया। प्रदेश के सभी श्रमिकों के बच्चों को योजना के तहत कक्षा 1 से लेकर 12 वीं कक्षा के बच्चों के लिए और आईटीआई और पॉलिटेक्निक जैसे कोर्स कर रहे विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई जारी रखने के लिए संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के माध्यम से छात्रवृति जैसी सुविधा लेने का लाभ प्राप्त होगा। छात्रवृति की धनराशि से युवा अपनी पढ़ाई को आसानी से पूर्ण कर सकते है। इस योजना के तहत पढाई के क्षेत्र में अधिक संख्या में छात्र पढाई करने के लिए उत्सुक होंगे। जिससे की शिक्षा के स्तर में वृद्धि होगी। श्रमिक के बच्चों को शिक्षित करने हेतु यह एक विशेष प्रकार की योजना उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लागू की गयी है।
योजना का नाम | संत रविदास शिक्षा सहायता योजना |
योजना शुरू की गयी | उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा |
उद्देश्य | विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करना। |
संबंधित विभाग | श्रम विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य के श्रमिक माता पिता के बच्चे। |
छात्रवृति का लाभ | कक्षा 1 से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन या अन्य किसी डिग्री कर रहे कोर्स तक प्रदान की जाएगी। |
साल | 2023 |
आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
उद्देश्य
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का मुख्य उद्देश्य है श्रमिक वर्ग के बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृति प्रदान करना। जिससे वह अपनी पढाई को जारी रख सकते है, योजना का पूर्ण लाभ लेने के लिए छात्राओं के माता-पिता को उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे ही इस योजना का लाभ प्राप्त कर पाएंगे। श्रमिकों के अधिकतम 2 बच्चों को योजना के तहत पढ़ाई के लिए छात्रवृति की प्रदान की जाएगी। योजना के तहत शिक्षा के स्तर को और मजबूत बनाया जायेगा जिससे बेरोजगारी की समस्या में भी कमी आएगी और सभी छात्राओं को बिना किसी परेशानी के पढाई पूर्ण करने का अवसर भी योजना के अंतर्गत प्राप्त होगा। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से संबंधित श्रमिक वर्ग के बच्चों को इस योजना का पूर्ण लाभ उपलब्ध करवाया जायेगा।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना छात्रवृति राशि
विद्यार्थियों को राज्य सरकार की तरफ से दी जाने वाली छात्रवृति की सूची नीचे दर्शायी गयी है
1. | कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए | 100 रूपये प्रतिमाह |
2. | कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए | 150 रूपये प्रतिमाह |
3. | कक्षा 9 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए | 200 रूपये प्रतिमाह |
4. | कक्षा 11 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए | 250 रूपये प्रतिमाह |
5. | शासकीय संस्थाओं में आई०टी०आई० अथवा समकक्ष प्रशिक्षण से सम्बन्धित पाठ्यक्रमों हेतु |
500 रूपये प्रतिमाह |
6. | शासकीय संस्थाओं में पॉलिटेक्निक अथवा समकक्ष पाठ्यक्रमों हेतु | 800 रूपये प्रतिमाह |
7. | शासकीय संस्थाओं में इंजीनियरिंग अथवा समकक्ष पाठ्यक्रमों हेतु | 3000 रूपये प्रतिमाह |
8. | शासकीय संस्थाओं में मेडिकल कोर्स के पाठ्यक्रमों हेतु | 5000 रूपये प्रतिमाह |
लाभ तथा विशेषताएं
- उत्तर प्रदेश श्रमिकों के बच्चों के लिए Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से पढ़ाई करने के लिए छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
- कक्षा-10 एवं 12 उत्तीर्ण बालिकाओं को योजना के माध्यम से साईकिल प्रदान की जाएगी।
- 25 वर्ष की कम उम्र वाले विद्यार्थी संत रविदास शिक्षा सहायता योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है।
- छात्राओं को तिमाही आधार पर योजना के तहत छात्रवृति की धनराशि को प्रदान किया जायेगा।
- 100 रूपए से लेकर 5000 रूपए की छात्रवृति लेने का लाभ Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से विद्यार्थियों को प्राप्त होगा।
छात्रवृति देने के संबंध में दिशा-निर्देश - छात्राओं को पहली क़िस्त का भुगतान कक्षा में प्रवेश लेते समय ही किया जायेगा।
- मेडिकल के कोर्स कर रहे उन्हीं छात्राओं को योजना का लाभ दिया जायेगा जो सरकारी चिकित्सा कॉलेजों में अध्यनरत होंगे।
- डॉक्टरी और इंजीनियरिंग और अन्य कोर्स को करने के लिए प्रतिमाह लाभार्थियों को 8 हजार रूपए से लेकर 12 हजार रूपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- योजना के तहत यदि छात्र वार्षिक परीक्षा में फेल हो जाते है और उसी कक्षा में पुनः प्रवेश हेतु छात्र को छात्रवृति का कोई लाभ नहीं दिया जायेगा।
- पॉलिटेक्निक आईटीआई या इंजनियरिंग की पढाई कर रहे छात्राओं को सरकारी कॉलेजों में ही प्रवेश लेना होगा। और साथ ही छात्रवृति के लिए आवेदन करते समय शुल्क रसीद और प्रवेश कार्ड को डॉक्युमेंट्स के रूप में प्रस्तुत करना होगा।
- छात्राओं को व्यावसायिक कोर्स में पात्रता तभी मान्य होगी जब वह किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा पास की हो।
- छात्रवृति के माध्यम से मिलने वाली धनराशि को श्रम कार्यालय के प्रभारी अधिकारी के तहत चेक के माध्यम से श्रमिक निर्माण के नाम से रेखांकित किया जायेगा।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना की पात्रता
- Sant Ravidas Shiksha Yojana UP के लिए वही विद्यार्थी पात्र होंगे जिनके माता-पिता श्रमिक बोर्ड में पंजीकृत है।
- राज्य के स्थायी निवासी श्रमिक के बच्चे ही इस योजना में आवेदन करने के लिए पात्र होंगे।
- श्रमिक परिवार के अधिकतम 2 बच्चों को योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा।
- इंजीनियरिंग व मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्राओं को 8 हजार रूपए व अन्य किसी विषय में अन्वेषण हेतु 12 हजार रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए लाभार्थी छात्र की अधितम आयु 35 वर्ष रहेगी।
- लाभार्थी छात्र की उपस्थिति 60% से ऊपर होनी चाहिए। तभी वह छात्रवृति लेने के लिए पात्र होगा।
- Sant Ravidas Shiksha Sahayata Yojana के माध्यम से अगर छात्र किसी अन्य प्रकार की छात्रवृति की सुविधा प्राप्त कर रहा तो वह इस छात्रवृति का लाभ लेने के लिए पात्र नहीं होगा।
- सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों में ही लाभार्थियों को शिक्षा हेतु प्रवेश लेना होगा तभी वह Sant Ravidas Shiksha Yojana UP का लाभ प्राप्त कर सकते है।
- लाभार्थी नागरिक का योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में अकाउंट होना अनिवार्य है।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड की फोटो कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- आय प्रमाण पत्र
- स्कूल का प्रमाण पत्र
- बैंक अकाउंट का विवरण
आवेदन प्रक्रिया
Sant Ravidas Shiksha Yojana UP में आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें।
- आवेदन करने के लिए आवेदक को सबसे पहले अपने क्षेत्र के श्रम कार्यालय या तहसील में जाना होगा।
- कार्यालय में जाने के बाद आवेदक को आवेदन करने के लिए फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- फॉर्म प्राप्त करने के बाद आवेदक को फॉर्म में दी गयी सभी प्रकार की जानकारी को दर्ज करना होगा।
- सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म के साथ मांगे गए दस्तावेजों की स्कैन कॉपी को आवेदन पत्र के साथ अटैच करना है।
- आईटीआई इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों को प्रवेश की शुल्क रसीद को भी आवेदन पत्र के साथ अटैच करना होगा।
- सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद आवेदक को आवेदन पत्र को श्रम कार्यालय में या फिर तहसीलदार कार्यालय में जमा करना होगा।
- इसके पश्चात संबंधित कार्यालय के अधिकारीयों के द्वारा आवेदन पत्र की जांच की जाएगी। जाँच प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद लाभार्थी को योजना का लाभ दिया जायेगा।
- इस तरह से आवेदन करने की प्रक्रिया आपकी पूर्ण हो जाएगी।