- May 5, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी शुरुआत की है इसे 1 अप्रैल 2007 को शुरू किया गया। एम पी की लड़कियों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए इस योजना का शुभारम्भ किया गया है इसके लिए आवेदन करने की प्रक्रिया आर्टिकल में नीचे दी गयी है उससे पहले हम आपको बताएंगे कीमध्य प्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र क्या है ? इसका उद्देश्य क्या है? और एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त कर सकते हैं? इसकी सारी जानकारी हम आपको अपने आर्टिकल में बता रहें है। एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र से जुडी अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस लेख को ध्यानपूर्वक पूरा अंत तक पढ़िए।
मध्यप्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र क्या है ?
मध्य प्रदेश सरकार ने लड़कियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की है जैसे की हम जानते है लड़कियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है इसलिए इस योजना का नाम लाड़ली लक्ष्मी योजना रखा गया है। परन्तु कुछ लोग लड़कियों को बोझ समझते है उनको पढ़ाई नहीं करवाते हैं और उनकी कम उम्र में ही शादी करवा देते हैं परन्तु आज के समय में लड़कियां देश का नाम लड़कों से ज्यादा रोशन कर रही हैं उनको भी लड़को की बराबरी करने का मौका दिया जाता है लेकिन कुछ राज्यों में केवल लड़कों की पढ़ाई पर ही ध्यान दिया जाता है लड़कियों को नहीं पढ़ाया जाता किसी परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से भी वह उनकी पढ़ाई नहीं करवा पते हैं।
ऐसे परिवारों के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने लड़कियों के लिए एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र की शुरुआत की है जिससे उनको आर्थिक रूप से मदद मिलेगी उनकी पढ़ाई पर होने वाले सारे खर्चे की जिम्मेदारी सरकार द्वारा उठाई जा रही है और उनको प्राइमरी से ले कर कॉलेज तक पढ़ाई करने के लिए पैसे दिए जायेंगें है ताकि लड़कियां भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और देश का नाम रोशन करने में हमेशा आगे रहें।
योजना का नाम | एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र |
योजना लांच की | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान |
घोषणा | 2007 |
मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास विभाग मध्य प्रदेश सरकार |
वेबसाइट | ladlilaxmi.mp.gov.in |
टोल फ्री नंबर हेल्पलाइन नंबर |
7879804079 0755-2550910 |
ईमेल | ladlihelp@gmail.com |
बजट | 7000 करोड़ रूपये |
लाभराशि | 1 लाख 18 हजार रूपए |
लाभार्थी | मध्यप्रदेश राज्य की बेटियां |
लाड़ली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य क्या है ?
ऐसे बहुत से राज्य है जहां लड़कियों को हमेशा लड़को के मुकाबले कम आँका जाता है चाहे उन्हें पढ़ाई में रुची हो तभी भी उन्हें स्कूल नहीं जाने दिया जाता है क्योंकि लोगों की सोच यह बनी है की लड़कियों को जन्म दे कर बड़े होने के उनकी शादी हो जानी है तो उन्हें पढ़ा कर क्या फायदा जब घर का ही काम करना है लेकिन अब लड़कियां अपने घर के साथ-साथ अपनी जॉब और अन्य कामों को भी करती हैं लोगों की सोच और शिक्षा में सुधार करने के लिए मध्य प्रदेश के अलावा सरकार द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना को 6 अन्य राज्यों में भी शुरू किया गया है बालिकाओं के स्वस्थ और शिक्षा के लिए सरकार द्वारा पैसे दिए जाते हैं।
यहां तक की उसके साथ अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है जैसे योजना के बाद भी पहले जैसा पैसा मिलता रहेगा,उन्हें किसी प्रतियोगिता के लिए तयारी भी करनी है उसके लिए भी सरकार पैसे दे रही है इसके अलावा अगर अपना बिजनेस सेटअप करना है उसके लिए भी मदद दी जायेगी। लेकिन ये राशि उन लड़कियों को नहीं मिल सकती जिन्होंने 18 साल की उम्र से पहले शादी कर ली वो इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
मध्यप्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण-पत्र ऐसे प्राप्त करें?
एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को ध्यान पूर्वक पढ़ें।
- सबसे पहले हमें मध्य प्रदेश की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा.
- मध्य प्रदेश लाडली लक्ष्मी योजना की आधिकारिक वेबसाईट पर विजिट करने के लिये यहां क्लिक करें।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुलेगा।
- जिसमे जन सामान्य के लिए लिखा होगा नीचे सबसे लास्ट में प्रमाण लिखा होगा उसपे क्लिक करें।
- प्रमाण पत्र पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक पेज खुलेगा जिसमे आपको रजिस्ट्रेशन नंबर डालना है।
- फिर आपके सामने प्रमाण पत्र फॉर्म खुल जाता है अब आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं
एमपी लाड़ली लक्ष्मी योजना प्रमाण पत्र के लिए महत्वपूर्ण जानकारी -:
- लाभ लेने वाली लड़की के माता-पिता मध्य प्रदेश के मूल निवासी होने चाहिए।
- लाभार्थी के माता- पिता सरकार को किसी भी तरह का कर ना देते हों।
- यदि किसी परिवार ने किसी बालिका को गोद लिया है तो उस परिवार के पास उस बालिका को गोद लेने का प्रमाण पत्र होना चाहिए वो भी उसे प्रथम बालिका मान कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- यदि किसी बालिका का नाम आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज है और उसकी केंद्र में उपस्थिति पूरी है तो वह भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- किसी परिवार में पहले प्रसव में यदि बालक बालिका है और दूसरे प्रसव में उनके दो जुड़वा लड़कियां हैं तो उन दोनों बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना का लाभ लेने वाली सबसे पहले जन्मे बालिका की जन्म तिथि यदि 1/4/2008 के बाद हुआ है तो उन्हें दूसरे प्रसव के दौरान परिवार नियोजन अपनाना जरुरी है।
- दूसरी बालिका को जन्म देने के उपरान्त माता-पिता को परिवार नियोजन अपनाना जरुरी है तभी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- इसका मतलब है की उनके पास इस बात का प्रमाण होना चाहिए की हमें बस एक बालक और एक बालिका ही चाहिए।