- January 5, 2024
- Posted by: ekYojana
- Category: Central Govt Schemes
केंद्र सरकार द्वारा किसानो के लिए एक नई योजना का आरम्भ किया गया है जिसका नाम किसान ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाअभियान है जिसे हम कुसुम योजना के नाम से भी जानते हैं। हम सब जानते हैं कि आज भी हमारे देश में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। केंद्र सरकार ने किसानों की इसी कठिनाई को देखते हुए इस योजना को शुरू किया है। PM Kusum Yojana 2023 के तहत किसानों को सिंचाई करने के लिए सरकार सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप प्रदान करवाएगी। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको पीएम कुसुम योजना में आवेदन करने की प्रकिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
कुसुम योजना
केंद्र सरकार द्वारा सभी किसानों के लिए कुसुम योजना को शुरू किया है। PM Kusum Yojana के तहत सिंचाई करने के लिए काम किए जाने वाले पंप जो कि डीजल या पेट्रोल से चलते हैं उन्हें केंद्र सरकार सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों में बदलेगी। PM Kusum Yojana के 2 फायदे हैं। पहला यह कि किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप मोहिया कराए जाएंगे इससे उन्हें डीजल या पेट्रोल से चलने वाले पंप की आवश्यकता पड़ेगी।
उद्देश्य
PM Kusum Yojana का उद्देश्य है कि देश के सभी किसानों को सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप को मुहैया कराना है। यदि किसानों के पास सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप है तो उन्हें पेट्रोल या डीज़ल से चलने वाले पंपों का प्रयोग नहीं करना पड़ेगा। और इससे पैसों की बचत होगी और उनके जीवन में भी सुधार आएगा। केंद्रे सरकार इसी के साथ पावर ग्रिड भी देगी। जिसके द्वारा बिजली बचाकर किसान सीधे बिजली सरकार को बेच सकते हैं।इससे किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
योजना का नाम | कुसुम योजना |
वर्ष | 2023 |
आरम्भ की गयी | केंद्र सरकार द्वारा |
लाभार्थी | भारत के किसान |
आवेदन करने की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
उद्देश्य | किसानों को सिंचाई करने के लिए सौर पंप प्रदान करना |
श्रेणी | केंद्र सरकारी योजनाएं |
विशेषताएं
- केंद्र सरकार के माध्यम से आरम्भ की गई पीएम कुसुम योजना के तहत देश के किसानो की आय दुगनी होगी और इसके अलावा, वह सौर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा के प्रयोग से आत्मनिर्भर बन पाएगे।
- इस योजना के तहत किसान इन सोलर पैनल के माध्यम से बनने वाली अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति ग्रिड को कर सकेंगे, जिसके माध्यम से उन सभी अतिरिक्त आय मिलेगी।
- केंद्र सरकार के माध्यम से इस योहाना के तहत किसान को कुल लागत का 10% ही खर्च करनी है, इसके साथ ही 30% राशि बैंक माध्यम से लोन के द्वारा और 60% राशि दी जाएगी।
- किसान सोलर पैनल के लिए अपनी बंजर या अनुपयुक्त भूमि का उपयोग कृषि के लिए कर सकेंगे।
- केंद्र सरकार ने सौर ऊर्जा से चलने वाले 17.5 लाख सिंचाई पंप लगाने का लक्ष्य रखा है, जिससे गरीब किसानों की सिंचाई की समस्या खत्म हो जाएगी |
लाभ व विशेषताएं
- कुसुम योजना का लाभ देश का कोई भी किसान ले सकता है। इस योजना के तहत कमदरों पर सिंचाई करने के लिए सौर पंप प्रदान किये जाएंगे।
- अभी तक कुसुम योजना के द्वारा कम से कम तीन करोड़ पंपों को डीजल और बिजली की जगह सौर ऊर्जा से चलाने का लक्ष्य केंद्र सरकार ने निर्धारित किया है।
- Kusum Yojana के द्वारा अगर किसान अतिरिक्त बिजली बचाकर किसी भी सरकारी या गैर सरकारी बिजली विभाग को भेजेंगे तो उसकी कीमत किसान को मिल जायगी। इसके द्वारा किसानों को 1 महीने में 6000 रूपये तक मिल सकते हैं।
- कुसुम योजना के द्वारा कम से कम 28000 मेगावाट एक्स्ट्रा बिजली का उत्पादन हो सकता है। इस योजना के तहतहले चरण में 17।5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा में चलाया जाएगा।
- PM Kusum Yojana के तहत आने वाले खर्चे में 60% केंद्र सरकार देगी 30% बैंक लोन से आर्थिक सहायता दी जाएगी अथवा किसान को सिर्फ 10% लागत का भुगतान करना पड़ेगा।
- इस योजना के सफल कार्यान्वयन से डीजल खपत में कमी आएगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
- उन सारे राज्यों में जहां सूखा पड़ता है और बिजली की परेशानी रहती है उन राज्यों में कुसुम योजना बहुत फायदेमंद साबित होगी।
पात्रता मापदंड
किसी भी सरकारी योजना से सम्बंधित लाभ उठाने हेतु लाभार्थियों को योजना से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण पात्रताओं को पूर्ण करना अनिवार्य होता है। आज हम आपको इस लेख की सहायता से PM Kusum Yojana 2023 से सम्बंधित पात्रता मापदंडों के बारे में बतायगे, जो निम्न प्रकार से है-
- इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने हेतु आवेदकर्ता भारत का स्थायी निवासी होना आवश्यक है।
- आवेदक इस योजना के अंतर्गत 0.5 मेगावाट से लेकर 2 मेगावाट क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र हेतु आवेदन कर सकते है।
- इस योजना के तहत आवेदनकर्ता अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या फिर वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता, दोनों में से जो भी कम हो, हेतु आवेदन कर सकते है।
- आवेदक को इस योजना के तहत आवेदन करने हेतु प्रति मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक को स्वयं के निवेश से प्रोजेक्ट के लिए किसी भी प्रकार की वित्तीय योग्यता की आवश्यकता नहीं होगी।
- इस योजना के अंतर्गत यदि आवेदक द्वारा किसी विकासकर्ता के माध्यम से प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है तो विकासकर्ता की नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट होनी अनिवार्य है।
कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक अकाउंट पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पता का सबूत
- पासपोर्ट साइज फोटो
पीएम कुसुम योजना 2023 के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा।
- वेबसाइट के होमपेज पर आपको “ऑनलाइन पंजीकरण” का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस विकल्प पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपके सामने एक आवेदन फॉर्म खुलेगा। इस फॉर्म में आपको पूछी गई सभी जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, मोबाइल आदि दर्ज करना होगा।
- अब आपको सभी आवश्यक दस्तावेजों को निर्धारित स्थान पर अपलोड करना होगा। किसानों को यहां अपना आधार नंबर और राष्ट्रीयकृत बैंक खाते की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी।
- आवेदन पत्र में आपके द्वारा दर्ज किए गए सभी विवरणों की जांच करने के बाद, भेजें पर क्लिक करें। इस तरह आपका पंजीकरण सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा।
- सभी प्रक्रिया के अंत में, सौर पंप सेट की लागत का 10% एकत्र करने के लिए विभाग द्वारा चर्चा की जाएगी।
- यदि उपयुक्त राशि का निर्देश दिया जाता है, तो आपके खेत / जमीन पर स्थापित सौर पंप 90 से 120 दिनों के भीतर चालू हो जाएगा।