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देश में एग्री मार्केटिंग कमेटी को एक नेटवर्क से जोड़ने का काम करता है इसका एक मकसद एग्रीकल्चर प्रोडक्ट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक उचित बाजार उपलब्ध करवाना है जिसमें किसानों को उनकी फसल की एवज में एक सही रकम मिल सके । ई-नाम पोर्टल / E-NAM Portal के इसी उपलब्धता को देखते हुए किसान इस पोर्टल पर बहुत ही तेजी से जुड़ रहे हैं । नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट के जरिए कृषि उत्पादों को अधिक दाम मिलेगा और सरकार का यह एजेंडा है कि 2022 तक किसानों की आमदनी भी दुगनी हो जाएगी जिसके लिए सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के साथ राज्य स्तर पर भी योजनाएं चलाई है और ई-नाम पोर्टल / E-NAM Portal भी विकसित कर दिया है ।

ई-नाम पोर्टल के फायदे

चुकी यह एक इलेक्ट्रॉनिक पोर्टल है और इसके तहत देश के 585 मंडियों को शामिल किया गया है । इसकी सहायता से देश के विभिन्न राज्यों में स्थित कृषि उपज के मंडी को इंटरनेट के जरिए जोड़ दिया गया है । यानी कि अगर कोई बिहार का किसान अपने फसल को गोरखपुर में बेचना चाहता है तो कृषि उपज को ले जाने और मार्केटिंग करना काफी ज्यादा आसान हो गया है ।

किसानों को क्या है फायदा

  1. ◆ देश के अलग-अलग राज्य के किसानों को एक उचित मंडी मिलेगी जिसमें उनके फसल के एवज में एक उचित रकम मिलेगा ।
  2.  ई-नाम पोर्टल / E-NAM Portal की सहायता से किसान और खरीदार के बीच कोई दलाल नहीं रहेगा यानी किसान सीधा अपना फसल खरीदार को दे सकता है ।
  3. ◆ किसानों और व्यापारियों के बीच इस कारोबार में स्थानीय कृषि उपज मंडी के हित को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि पूरा व्यापार इसी माध्यम से हो रहा है ।
  4. ◆ किसानों को उनकी फसल के एवज में एक उचित मूल्य मिलेगा जिससे किसानों को प्रोत्साहन और आय में भी बढ़ोतरी होगी ।
     योजना का नाम  कृषि इनाम योजना
     Portal का नाम  E-Naam Portal
      शुरू किया गया  देश के सभी किसानों के लिए
     फायदा  देश के सभी किसानों को एकल मंडी से जोड़ना
     उद्देश्य  देश के सभी किसानों को राष्ट्रीय कृषि बाजार के तहत जोड़ना और उन्हें ऑनलाइन की मंडी उपलब्ध कराना, जिससे कृषि उपज की खरीद बिक्री में बिचौलियों की काम खत्म हो जाए और सीधा फायदा किसानों को मिल सके |
     लाभार्थी  देश का सभी किसान
     आवेदन का प्रकार  ऑनलाइन के माध्यम से
     Official Website  https://enam.gov.in/web/ Click Here 

    विशेस्ताएं

    1.  ई-नाम / E-NAM की शुरुआत 14 अप्रैल 2016 में की गई थी जिसके तहत रजिस्टर्ड होकर किसान अपनी उपज के ऊपर उचित मूल्य प्राप्त कर सकता है और अपनी उपज को देश में जहां भी चाहे वहां बेच सकता है ।
    2. ● इस पोर्टल के आने से किसानों को अब बिचौलियों पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं है वह सरकार के द्वारा जोड़े गए 585 मंडियों में अपने फसलों को सीधा भेज सकता है ।
    3. ● केंद्रीय कृषि मंत्रालय के तहत काम करने वाला “लघु कृषक कृषि व्यापारी संघ” (एनएफसी) ई-नाम / E-NAM Scheme को लागू करने वाली सबसे बड़ी संस्था है जो सरकार की इस योजना में अहम भूमिका रखता है ।
    4. ● सरकार का मकसद इस साल ई-नाम / E-NAM Scheme में 200 और मंडियों को जोड़ने का है साथ ही अगले साल 215 नए मंडी को भी इसमें शामिल किए जा सकते हैं ।
    5. ● देशभर में अभी करीब 2700 कृषि उपज मंडी और 4000 उप बाजार मौजूद है । ई-नाम / E-NAM Scheme से अब दो राज्यों के बीच काम किया जाना संभव हो सका है ।

      ई-नाम पे किसान कैसे रजिस्टर करें

      • ◆ सबसे पहले किसान को इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जाने के लिए यहां क्लिक करें ।
      • ◆ वेबसाइट पर जाने के बाद आपको रजिस्टर्ड का एक ऑप्शन दिखेगा जिसके अंतर्गत आपको Farmers का चयन करना होगा ।
      • ◆ जैसे ही आप Farmer का चयन करते हैं आपके सामने एक छोटा सा रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाती है जिसमें आपको अपनी निजी जानकारी के साथ मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी दर्ज करनी होती है ।
      • ◆ दिए गए मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर आपको इनाम पोर्टल की लॉगइन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होती है जिसके बदौलत आप लॉगिन करके राष्ट्रीय कृषि मंडी का प्रयोग कर सकते हैं ।


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