- July 4, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Bihar
बहुत सालों से बिहार में खेती करने वाले किसान परंपरागत तरीकों से सिंचाई कर रहे हैं, जिस वजह से एक तो पानी का स्तर नीचे जा रहा है दूसरा सिंचाई पर खर्चा भी ज्यादा करना पड़ता है क्योंकि परंपरागत तरीकों में जो सिंचाई के उपकरण इस्तेमाल किए जाते हैं। वह उपकरण ज्यादातर बिजली पर चलते हैं, जिस वजह से बिजली का खर्चा भी बढ़ जाता है। इसी समस्या के निवारण के लिए बिहार सरकार द्वारा बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना की शुरुआत की गई।
बिहार सरकार की सिंचाई योजना के तहत जो किसान अपने खेतों में सूर्य से आधारित सिंचाई उपकरण लगवाना चाहते हैं, उन किसानों को विशेष लाभ प्रदान किया जाएगा। सूर्य से चलने वाले उपकरण खरीदने पर ही इस योजना के तहत लाभ दिया जाएगा, इसलिए यह आवश्यक है कि किसान सूर्य मॉडल पर चलने वाली सिंचाई उपकरण के बारे में सारी जानकारी प्राप्त करके सब्सिडी के लिए आवेदन करें।
बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना की शुरुआत के पहले चरण में राज्य के 24 जिलों में से सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया सहरसा में 527 सोलर पंप उपलब्ध कराए गए, जिनमें से 493 किसानों के खेतों में लगाए गए। अब इस योजना के दूसरे चरण में राज्य के 24 जिलों में सोलर पंप लगाए जाएंगे।
बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना का उद्देश्य
परंपरागत तरीकों से सिंचाई करने से किसानों की लागत बढ़ जाती थी और उन्हें इसका फायदा कम और नुकसान ज्यादा हो जाता था। कई किसान तो ऐसे भी हैं, जो सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर करते हैं। उन किसानों को भी फसल पर काफी नुकसान झेलना पड़ता था। बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना का उद्देश्य उन्हीं किसानों की मदद करके उन्हें सिंचाई के नए साधन जो सूर्य पर निर्भर है, उन साधनों को खरीदने में उनकी मदद की जाए और उन्हें सूर्य पर चलने वाले साधनों का उपयोग करना आ जाए यही इस योजना का उद्देश्य है।
उपकरणों की जानकारी जिनके ऊपर सब्सिडी प्रदान की जाएगी
दो प्रकार के सूर्य पर आधारित सिंचाई मॉडल सुनिश्चित किए गए हैं, जिनको खरीदने पर किसानों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी। उन दोनों मॉडल्स की जानकारी निम्नलिखित प्रकार है।
न्यू मैनुअल मॉडल
• सूर्य प्रकाश से स्वचालित सिंचाई मॉडल एक ऐसा पंपसेट है, जिसको किसान खुद सूर्य की दिशा के अनुसार खुद सूर्य के अनुसार बदलता रहेगा। यह सिंचाई पंप सेट सूर्य की किरणों को सोख कर उससे पंप को चलाएगा।
• इस पंप की कीमत ₹2,93,540 है। मेंटेनेंस का खर्चा ₹12,000 है अर्थात इस पंपसेट की कुल लागत 3,05,540 है। पंप को खरीदने पर सरकार सब्सिडी प्रदान करेगी।
• इस पर सेट को खरीदने पर 75% सबसिडी सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी यानि 2,53,386 रुपए राज्यसरकार द्वारा दिए जाएंगे।
• 25% राशि के 40,154 रुपए किसान द्वारा जमा करवाने होंगे।
ऑटो ट्रैक सोलर पंप सेट
• ऑटो ट्रैक सोलर पंप ऑटोमेटिकली चलने वाला पंप है, इसका मतलब यह है कि सूर्य की दिशा के अनुसार यह सोलर पैनल अपने आप गति करता है, घूमता रहता है और सूर्य के किरणों को सोख कर उसका इस्तेमाल पंप को चलाने के लिए करता है।
• इस पंप की कीमत 3,31,400 है को खरीदने के लिए भी राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
• 75% सब्सिडी राज्य सरकार देगी यानि कि सोलर पंप की कीमत के हिसाब से 2,83,500 रुपए सरकार द्वारा दिए जाएंगे।
• शेष 25% राशि सोलर पंप की कीमत के हिसाब से ₹47,900 किसान द्वारा जमा करवाए जाएंगे।
बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना के लाभ
• इसी योजना के तहत लगने वाले पंप सूर्य की ऊर्जा पर चलते हैं इसलिए किसानों को किसी भी प्रकार की बिजली की आवश्यकता नहीं है।
• बिजली के बिल काम आएंगे क्योंकि यह सोलर पंप सूर्य द्वारा चलते हैं ना कि बिजली पर।
• किसानों को किसी भी प्रकार की चिंता नहीं करनी करनी पड़ेगी क्योंकि यह सोलर पंप अपने आप काम करेंगे।
• किसानों के पैसे की बचत होगी उन्हें ज्यादा खर्चा नहीं करना पड़ेगा।
• पावर कट जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि सोलर पैनल बिजली पर चलते ही नहीं इसलिए यह एक फायदे का सौदा है।
• किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी।
• सिंचाई करनी आसान हो जाएगी।
• सरकार द्वारा 75% सब्सिडी मिलने से किसानों को काफी हद तक सोलर पंप का खर्चा भरने में सहायता प्राप्त हो जाएगी।
• केवल 25% ही किसानों द्वारा जमा करवाई जाएगी, जो कि सोलर पंप की कीमत से बहुत ज्यादा कम कीमत है।
बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना के आवेदन के लिए पात्रता
बिहार निवासी
योजना का लाभ केवल बिहार निवासियों को ही मिलेगा अन्य राज्य के निवासी इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त नहीं कर सकते।
किसान
इस योजना के तहत आवेदन सिर्फ बिहार में रहने वाले किसान ही कर सकते हैं, अन्य व्यवसाय करने वाले कोई भी व्यक्ति इस योजना के तहत आवेदन नहीं कर सकते।
खेत की डिटेल
1 एकड़ से 5 एकड़ तक कृषि भूमि वाले किसानों को ही आवेदन करने की अनुमति है, जिन किसानों के पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है वह आवेदन नहीं कर सकते, ना ही वह इस योजना के तहत कोई भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
ट्यूबवेल बोर
4 इंच या उससे भी ज्यादा इंच गहरे बोर किसानों के खेतों में होना अनिवार्य है, तभी वह इस योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जमीन के कागजात
आवेदन करने के लिए किसानों को अपनी जमीन के सारे कागजात की जानकारी देनी होगी, जमीन की सारी डिटेल जमाबंदी , फर्द आदि की कॉपी जमा करवानी होगी।
बैंक डिटेल
बैंक खाते की डिटेल बैंक से संबंधित अन्य जानकारी और पासबुक की कॉपी जमा करवाना अति आवश्यक है। तभी आवेदक इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। जिन किसानों के पास बैंक खाता नहीं है, उन्हें पहले बैंक खाता खुलवाना होगा। तभी उन्हें इस योजना के तहत आवेदन करने की अनुमति होगी।
आवश्यक दस्तावेज
• मूलनिवासी पहचान पत्र जैसे कि वोटर आईडी, राशन कार्ड इत्यादि
• जमीन के कागजात
• जमीन में लगे ट्यूबवेल बोर की जानकारी
• बैंक खाता
• मोबाइल नंबर
• ईमेल आईडी
बिहार सौर क्रांति सिंचाई योजना आवेदन प्रक्रिया
आवेदन करने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। किसान इन दोनों में से किसी भी एक सुविधा का चयन करके आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन प्रक्रिया
• आवेदन करने के लिए किसानों को Bihar renewable energy development agency (government of Bihar) से संपर्क करना होगा।
• इस विभाग से किसानों को एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म दिया।
• सारी जानकारी भरने के पश्चात अथवा अन्य दस्तावेज लगाने के बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म को जमा करवाना होगा।
• इसके पश्चात विभागीय अधिकारी वेरीफिकेशन करेंगे और इस तरह ऑफलाइन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।