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बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए Bihar Badh Rahat Sahayata Yojana शुरू की गई है। बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना के तहत बिहार सरकार द्वारा राज्य के बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 6000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही जिन लोगों के घर, पशु, फसल को नुकसान पहुंचा है, उसकेअनुसार इस योजना के तहत उन लोगो को सरकार द्वारा अलग से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।

बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना 

बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित परिवारों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में मुआवजा स्थानांतरित किया जाएगा। इस Bihar Badh Rahat Sahayata Yojana के तहत बाढ़ से प्रभावित बेसहारा लोगों को सरकार की तरफ से उनके नुक्सान का थोड़ा मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही पशु घर परिवार के किसी भी पशु को नुक्सान पहुंचा हो और जिनके पक्के और कच्चे घरों में जान-माल का नुकसान हुआ है, उन्हें उनके नुक्सान के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। बिहार राज्य के कुल 10 बाढ़ प्रभावित जिले हैं- पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया ये ऐसे जिले हैं जहां बाढ़ का प्रकोप ज्यादा है| इस साल बिहार में आई बाढ़ ने करोड़ों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर शरण लेने को मजबूर कर दिया है।

नाम बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना
आरम्भ की गई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा
वर्ष 2022
लाभार्थी बाढ़ प्रभावित
आवेदन की प्रक्रिया जारी नहीं
उद्देश्य 6000 रूपये
लाभ बाढ़ की आर्थिक मदद
श्रेणी मुआवजे की राशि की प्राप्ति

उद्देश्य

बिहार राज्य के लगभग 10 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं और उन्हें अपनी आजीविका में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार सरकार ने राज्य के लोगों की इस समस्या को देखते हुए बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना के तहत राज्य के बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6000 रुपये की राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। सरकार की ओर से दिए जा रहे इस पैसे से आप अपना जीवन यापन कर सकेंगे। यदि आपका जानवर या आपके परिवार का कोई सदस्य या आपके घर में बाढ़ के कारण जान-माल का नुकसान होता है

बिहार बाढ़ राहत योजना के तहत किस स्थिति में कितना मिलेगा मुआवजा?

निम्नलिखित सूची में हमने आपको  बिहार सरकार द्वारा दिए जाने वाले मुआवजे के बारे में जानकारी दी है।

  • बाढ़ के प्रकोप से परिवारों को ₹6000 की राशि का मुआवजा देकर लाभ पहुंचाया जाएगा।
  • यदि  बिहार के नागरिक का के कपड़ों का नुकसान बाढ़ आने के कारण  हुआ है उसको  ₹1800 का मुआवजा देकर लाभ दिया जाएगा।
  • बर्तन  की हानि होने पर ₹2000 की राशि दी जाएगी।
  • फसल की बर्बादी होने पर प्रति हेक्टेयर के हिसाब से पीड़ित परिवार को बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना 2022 के माध्यम से ₹6800प्रति हेक्टेयर की राशि दी जाएगी।
  • गाय तथा भैंसों के नुकसान होने पर प्रति गाय या पैर भैंस 30000 रुपए तथा घोड़े का नुकसान होने पर 25000 रुपए  तक की राशि दी जाएगी।
  • इसके साथ ही प्रति बकरी, सूअर, भेड़ आदि  की नुकसान होने पर ₹3000 की राशि दी जाएगी।
  • नागरिक के पक्के तथा कच्चे मकान नष्ट होने पर 95100 रुपए की राशि दी जाएगी।
  • यदि किसी भी व्यक्ति की 50 मुर्गी का नुकसान हुआ है तो उसको अधिकतम ₹5000 की राशि दी जाएगी।
  • कच्चे  मकान के आंशिक क्षति ग्रस्त होने पर 3200 रुपए की राशि दी जाएगी। तथा पक्के मकान के आंशिक क्षति ग्रस्त होने पर 5200 रुपए की राशि दी जाएगी।
  • पूरी झोपड़ी के नुकसान होने पर  ₹4100  की राशि दी जाएगी तथा जानवर के शेड का नुकसान होने पर ₹2100  की राशि दी जाएगी।

    पात्रता मानदंड

    • बाढ़ राहत सहायता योजना का लाभ केवल उन्हीं लोगों को प्रदान किया जाएगा जिनका जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में घोषित है।
    • जिले के साथ-साथ लाभार्थी का घर गांव या पंचायत भी बाढ़ प्रभावित घोषित होनी चाहिए।
    • Bihar Badh Rahat Sahayata Yojana का लाभ लेने के लिए आवेदक का परिवार पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित होना चाहिए।

    आवश्यक दस्तावेज

    यदि आप भी Bihar Badh Rahat Sahayata Yojana 2023 का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो किसके लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।

    • आधार कार्ड
    • निवास प्रमाण पत्र
    • बैंक अकाउंट विवरण
    • उम्मीदवार का विवरण

    बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना 2023 का लाभ कैसे प्राप्त करे?

    उन सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों को जो Bihar Badh Rahat Sahayata Yojana का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें मुआवजा पाने के लिए किसी भी प्रकार के आवेदन की आवश्यकता नहीं है। बाढ़ राहत सहायता योजना के तहत बाढ़ प्रभावित लोगों की पहचान के लिए कैंप लगाकर काम किया जाएगा, जिसके बाद सत्यापन करके मुआवजे की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के तहत शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिसमें कर्मचारियों द्वारा सत्यापन के लिए नाम, बैंक खाते की जानकारी, परिवार के सदस्यों की संख्या और अन्य विवरण की जानकारी बाढ़ प्रभावितो से ली जाएगी। इसके बाद कर्मचारियों द्वारा आपका डाटा प्राधिकरण को भेजा जाएगा, जहां सत्यवान के बाद बिहार बाढ़ राहत सहायता योजना के लाभार्थियों की सूची संबंधित विभागों को सौंपी जाएगी।



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