- May 1, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Jharkhand
देश के सभी राज्यों में किसानों को लाभान्वित करने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं में कुछ केंद्र सरकार की होती हैं तो वहीँ कुछ राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की आवश्यकताओं को देखते हुए कुछ योजनाएं शुरू की जाती हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को कृषि कार्य हेतु प्रोत्साहित करने और इस काम में उनकी विभिन्न प्रकार की सुविधा देने के प्रयास किया जाता है। ऐसी ही एक योजना की शुरुआत हरियाणा राज्य सरकार द्वारा की गई है जिसका नाम है – Jharkhand झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2023
आज इस लेख में हम आप को झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2023 के बारे में बताएंगे। जैसे की – झारखंड वैकल्पिक खेती योजना क्या है, महत्वपूर्ण दस्तावेज, पात्रता व लाभ, Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana 2023 Apply Online, Eligibility Criteria आदि। पूरी जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
झारखंड वैकल्पिक खेती योजना 2023
किसानों को खेती के समय बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिस की वजह से कई बार किसानों को फसल खराब होने के चलते काफी नुक्सान उठाना पड़ता है। ऐसे में बात करें हरियाणा राज्य की तो वहां बारिश की कमी के कारण खरीफ की फसल खराब होने से बचाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गयी है। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को वैकल्पिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए सरकार उन्हें अनुदान पर सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज उपलब्ध कराएगी। जिससे वो इन छोटी अवधि की फसलों की खेती करके खरीफ फसलों से हुए नुकसान की भरपायी कर सकें।
सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे इन सूखा रोधी बीजों से कम वर्षा और पानी के भी फसल तैयार की जा सकती है। इससे किसानों को सूखा ग्रस्त क्षेत्र में भी खेती करने में सुविधा रहेगी। वैकल्पिक खेती योजना के अंतरगत किसानों को दलहन, तिलहन और सब्जियों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana Highlights
योजना का नाम | |
राज्य का नाम | हरियाणा |
सबंधित विभाग | कृषि विभाग, हरियाणा |
योजना का प्रकार / श्रेणी | राज्य सरकार की योजना |
वर्तमान साल | 2023 |
योजना का स्टेटस | जारी है |
लाभ | सूखा रोधी नस्ल के बीज क्रय हेतु अनुदान |
लाभार्थी | राज्य के सभी किसान |
आधिकारिक वेबसाइट | झारखंड वैकल्पिक खेती योजना आधिकारिक वेबसाइट |
योजना के तहत कौन कौन सी फसलों के बीज अनुदान पर दिए जाएंगे
जो भी वैकल्पिक खेती योजना के तहत हरियाणा सरकार द्वारा लायी गयी इस योजना में सूखा रोधी नस्ल की फसलों के बीजों पर अनुदान दिया जाएगा। ये मुख्यतः कृषकों को दलहन, तिलहन एवं सब्जियों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु दिया जा रहा है। इनमे सिचाई हेतु अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए कम वर्षा में भी आसानी से इनकी खेती की जा सकती है। जिन छोटी अवधि वाली फसलों के बीज प्रदान किये जाएंगे उन्हें आप नीचे दी गयी सूची में देख सकते हैं –
- उड़द
- मूंग
- मक्का
- अरहर
- तोरिया
- कुल्थी
- ज्वार
- मंडुआ आदि।
उद्देश्य
हरियाणा राज्य में बारिश की कमी से होने वाले सूखे की वजह से किसानों को कई बार फसल खराब होने से नुकसान झेलना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखकर सरकार ने किसानों को वैकल्पिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है। जिससे उन्हें राज्य में कम वर्षा होने के कारण फसलों के बर्बाद होने की चिंता नहीं रहेगी। इसके अलावा सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाले अनुदानित बीज भी छोटी अवधि की फसलों के लिए हैं। इन्हे कम वर्ष या सूखाग्रस्त क्षेत्र में भी बोया जा सकता है और इनकी फसल कम पानी में भी हो जाती है। इस फसल से वो कम समय में ही खरीफ फसलों के खराब होने के चलते हुए नुकसान की भरपाई करने में भी सक्षम होंगे। इस प्रकार उन्हें एक आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
वैकल्पिक खेती योजना के दस्तावेज और पात्रता
यदि कोई इच्छुक किसान Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana 2023 में Online Apply करने का इच्छुक है तो उससे सबसे पहले कुछ पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा। साथ ही उन्हें योजना में आवेदन हेतु निर्धारित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी प्रस्तुत करना होगा। जो भी किसान निर्धारित पात्रता और दस्तावेजों पूरा करेगा उन्हें योजना के तहत लाभ प्राप्त होगा।
पात्रता : झारखण्ड वैकल्पिक खेती योजना 2023 के तहत आवेदन करने के लिए सिर्फ हरियाणा के किसान ही पात्र माने जाएंगे। जो खेती / कृषि कार्य से जुड़े हुए हों। साथ ही वो हरियाणा के स्थायी निवासी भी होने चाहिए। इसके अतिरिक्त किसी अन्य योग्यता का निर्धारण नहीं किया गया है। आगे आप योजना के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सूची देखस कटे हैं –
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana Benefit
- झारखंड राज्य सरकार द्वारा Jharkhand Vaikalpik Kheti Yojana की शुरुआत किसानों के हित में की है।
- वैकल्पिक खेती योजना के तहत सभी किसानों को खरीफ की फसल सूखे के कारन होने वाले नुकसान से बचाया जाएगा।
- सरकार किसानों को छोटी अवधी वाली फसलों के बीज अनुदान पर प्रदान करेगी।
- योजना के तहत किसानों को दलहन तिलहन एवं सब्जियों की खीती करने के लिए अनुदानित बीज उपलब्ध कराये जाएंगे।
- किसनों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गयी इस योजना के अंतरगत उन्हें उड़द, अरहर , मूंग, ज्वार, मक्का, कुल्थी, तोरिया, मडुआ के सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज अनुदान पर उपलब्ध कराये जाएंगे।
- इन बीजों के इस्तेमाल से किसानों को कम पानी में भी अच्छी फसल मिल पाएगी।
- कम वर्षा होने के बाद भी उन्हें फसल खराब होने या कम उत्पादन जैसे समस्याओं को नहीं झेलना होगा।
- ये फसलें कम अवधी की होती हैं, जो जल्दी ही तैयार हो जाती है। इससे किसानों को अच्छी आमदनी मिल जाती है। जिससे उनके नुकसान की भरपाई भी हो जाती है।
- राज्य में सूखे की वजह से होने वाली खेती में परेशानियों से राहत मिल जाएगी जिससे किसानों की आय पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- होगी।
- इसका लाभ मुख्य रूप से सूखे से प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को मिलेगा। जहाँ के किसान खरीफ की खेती करते हैं।
- इसके अतिरिक्त खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के एफपीओ तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालम्बी सहकारी समिति लिमिटेड के सम्मुख राज्य सरकार द्वारा सुखाड़ के लिए इस योजना के अंतर्गत सूखा रोधी कम अवधि उरद प्रभेद PU-31 बीज 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर 64 रुपए प्रति किलो के दर पर उपलब्ध कराया है।
वैकल्पिक खेती योजना में ऐसे करें आवेदन
यदि आप भी झारखण्ड वैकल्पिक खेती योजना के अंतर्गत लाभ लेना चाहते हैं तो आप भी इसका लाभ ले सकते हैं । इस के लिए आप को तोरपा महिला कृषि बागवानी स्वालंबी सहकारी समिति लिमिटेड सदस्य की एफपीओ के सीईओ प्रिय रंजन से सम्पर्क करना है। इस के बाद अपना पंजीकरण ब्लॉक चैन प्रणाली में करवाएं। इस के बाद आप को अपना पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। आप के पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करने के पश्चात ही आप अनुदानित छोटी अवधि सूखा प्रतिरोधी नस्ल के बीज की खरीद कर सकते हैं।