- April 25, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Uttar Pradesh
हमारा देश कृषि प्रधान देश है यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है, इसलिए यहाँ की कृषि उपज का अच्छा होना आवश्यक है भारत देश की जलवायु विभिन प्रकार वर्षा ऋतू,गीष्म ऋतू,शीत ऋतू होती है विभिन ऋतू होने के कारण यहाँ की फैसले भिन्न -भिन्न है जैसे- गेहू, चावल, दाल, फूल, सब्जी तिलहल, मंडवा, तिल आदि वर्तमान समय में फसलों में कीट रोग हो रहे है जिनको बचाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों दवाई का छिडकाऊ करना जरुरी हो गया है, जिससे किसानो को उनकी मेहनत का पूरा फायदा मिल सके, क्योकि उनकी आय का एक यही रास्ता है इन्ही समस्या को देखते हुई सरकार ने इस मुहीम को लागु किया, कीट नियंत्रण की तीन विधियों द्वारा किया जा सकता है जैसे-जैविक कीट नियंत्रण, यांत्रिक कीट नियंत्रण, जहरीला द्वारा। इनमे से किसी एक विधि को अपना कर भी फसलों को कीटनाशक रोगो से बचाया जा सकता है। यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना की शुरुआत सबसे पहले up सरकार द्वारा 2017 से 2022 तक रखी गयी परन्तु किसान की स्थिति को देखते हुए इस योजना को 2027 तक कर दिया है यह योजना up के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गयी।
हमारा देश कृषि प्रधान देश है यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है, इसलिए यहाँ की कृषि उपज का अच्छा होना आवश्यक है भारत देश की जलवायु विभिन प्रकार वर्षा ऋतू,गीष्म ऋतू,शीत ऋतू होती है विभिन ऋतू होने के कारण यहाँ की फैसले भिन्न -भिन्न है जैसे- गेहू, चावल, दाल, फूल, सब्जी तिलहल, मंडवा, तिल आदि वर्तमान समय में फसलों में कीट रोग हो रहे है जिनको बचाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों दवाई का छिडकाऊ करना जरुरी हो गया है, जिससे किसानो को उनकी मेहनत का पूरा फायदा मिल सके, क्योकि उनकी आय का एक यही रास्ता है इन्ही समस्या को देखते हुई सरकार ने इस मुहीम को लागु किया, कीट नियंत्रण की तीन विधियों द्वारा किया जा सकता है जैसे-जैविक कीट नियंत्रण, यांत्रिक कीट नियंत्रण, जहरीला द्वारा। इनमे से किसी एक विधि को अपना कर भी फसलों को कीटनाशक रोगो से बचाया जा सकता है। यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना की शुरुआत सबसे पहले up सरकार द्वारा 2017 से 2022 तक रखी गयी परन्तु किसान की स्थिति को देखते हुए इस योजना को 2027 तक कर दिया है यह योजना up के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू की गयी।
यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना से कैसे फायदा ले
फसलों को बचाने के लिए रसायनो को प्रयोग किया जायेगा सरकार के द्वारा कीटनाशन स्प्रे की मशीन व कृषि यंत्रो किसानों तक दिए जायेगे मशीनों और उपकरणों पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए किसानों को खरपतवार से 20%, कीटों से 20% और रोगों से 25% तक के नुक़सान को बचाया जा सकता है इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा इस योजना के द्वारा बायोपेस्टिसाइड्स तथा बायोएजेंट्स पर 75% अनुदान दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त रासायनिक दवाई 50%, कृषि यंत्रो पर 50 % सब्सिडी दी जाएगी।
यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना के कुछ नियम –
किसानो की आर्थिक स्थिति सही बनाने के लिए सरकार प्रत्येक वर्ष नई -नई योजना निकालता है
सीमांत और लघु किसान ही इस योजना का लाभ ले सकते है
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको up का निवासी होना अनिवार्य है
- जो अपनी भूमि पर कृषि करता हो वहीं इस योजना को ले सकता है
- किसानो को 1.95 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि नहीं होनी चाहिए।
- कृषि भूमि के सारे दस्तावेज होने अनुवार्य है
कीट रोग नियंत्रण योजना के लाभ
आइये जानते है इस योजना का लाभ कैसे उठाये
- इस योजना के तहत बड़े व छोटे किसानो को 50% की सब्सिडी कृषि यंत्रो पर दी जाएगी कृषि यंत्रो का अधिक प्रयोग से फसलों की उपज बड़ा सके.
- देश की अर्थवयवस्था बनी रहने से आयत-निर्यात अधिक होता है
- किसानो की फसलों को अधिक नुकसान से बचने व उनकी आय को बढाने के लिए ये योजना फायदेमंद है
- रासायनिक दवाइयों पर 50 %की छूट मिलेगी
- कृषि यंत्रो पर 50 % की सब्सिडी दी जाएगी
- किसानो को जैविक दवाइयों पैर 75 % अनुदान दिया जायेगा
- अभी तक 5 सालो में इस योजना के अंदर 41 लाख़ से ज्यादा लोगो को इस योजना का फायदा मिल चुका है
- 2022 -2027 तक सरकार द्वारा 19257.75 करोड़ रुपए का खर्च कीट रोग नियंत्रण योजना पर किया जायेगा
- किसानो को अधिक लाभ देने के लिए राज्य सरकार द्वारा आईपीएम प्रयोगशाला की स्थापना की गयी है
- फसलों के और उत्पादन के लिए विगत वर्ष में 2,3 और 5 क्विंटल के भंडार के साधन में भी 50% सब्सिडी दी जाएगी।
- किट रोग नियंत्रण योजना के अतिरिक्त कृषि विभाग ने आई.पी.एम. प्रयोग शाला की स्थापना की जिसमे बायोपेस्टीसाइड और बायोएजेंट्स उत्पादन में बढ़ावा किया गया
यूपी कीट रोग छिड़काव मशीन
इस योजना के तहत रासायनिक दवाइयों और छिडकाऊ मशीन पर 50 % सब्सिडी दी गयी है, रोगो से बचने के लिए ये रासायनिक दवाई फायदेमंद है देश- विदेशों में अधिक फसल उपज के लिए दवाइयों व छिडकाऊ मशीनों का प्रयोग किया जाता है 5 साल के अंतरगात छिडकाऊ रसायनो व मशीनों पर सरकार द्वारा 19257.75 करोड़ रूपये खर्च हो चुके है 2022 -2023 में up सरकार द्वारा 6000 कृषि रक्षा यंत्र उपलब्ध करवाए जायेगे।
यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना 2023: दस्तावेज हेतु
किसान का आधार कार्ड | निवास प्रमाण पत्र |
आय प्रमाण पत्र | जमीन के दस्तावेज |
पासपोर्ट साइज फोटो | मोबाइल नंबर |
यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना में कैसे आवेदन करे,
इसमें आवेदन की दो प्रकिया है ऑनलाइन और ऑफलाइन। आप किसी भी तरह से अपना आवेदक कर सकते है
- ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको अपने जिले के कृषि विभाग में जाना है
- रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन फॉर्म ले कर भरना है
- आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे- नाम,पता,आधार कार्ड की जानकारी,खेत की जानकारी आदि को सही से भरना है
- फॉर्म में आपसे मांगे गए सारे दस्तावेज को फॉर्म के साथ जोड़ कर वहा के अधिकारी को जमा करवा देना है
ऑनलाइन आवेदन– इसके लिए आपको यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना 2023 की ऑफिसियल वेबसाइट upagriculture.in पर क्लिक कर सारी जानकारी मिल जाएगी।