- July 6, 2023
- Posted by: ekYojana
- Category: Haryana
जब से पूरे देश में महामारी का प्रकोप हुआ है, तब से ही हर वर्ग इससे प्रभावित हुआ है । जो लोग मध्यम वर्ग एवं उच्च वर्ग से संबंधित है। वह तो फिर भी अपने स्वास्थ्य की तरफ ध्यान दे रहे हैं, परंतु गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग अपने स्वास्थ्य तक का ध्यान नहीं रख पा रहे, क्योंकि उन तक किसी तरीके की भी सुख सुविधा पहुंच ही नहीं पाती। एक तरफ जीवन निर्वाह करना ही बहुत मुश्किल है, दूसरी तरफ अपने परिवार की महिलाओं / गर्भवती औरतें एवं बच्चों के पोषण स्तर को बढ़ाना बिल्कुल ही नामुमकिन हो जाता है। इसी समस्या के समाधान के लिए हरियाणा सरकार ने अपने राज्य की गरीब परिवार की महिलाओं / बच्चों / गर्भवती औरतों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उन्हें “मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना” के तहत मुफ्त में दूध प्रदान करवाने का फैसला लिया है।
हरियाणा राज्य में हरियाणा सरकार ने “मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना” का शुभारंभ किया। इस योजना की घोषणा हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी ने 5 अगस्त, 2020 को की थी। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार बच्चों / गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को मुफ्त fortified दूध उपलब्ध करवाएगी। इस योजना का शुभारंभ इसीलिए किया गया है ताकि हरियाणा में बच्चों एवं उनकी माताओं के पोषण स्तर में सुधार लाया जा सके। यह दूध हरियाणा के आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा उन तक पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना हरियाणा का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य भविष्य की पीढ़ी को स्वस्थ बनाने एवं उनके पोषण स्तर में सुधार लाने को बढ़ावा देना है। हरियाणा सरकार कोविड-19 जैसी महामारी के प्रकोप के बीच में अपने राज्य में स्वास्थ्य पर विशेष जोर दे रही है ताकि बच्चों / माताओं एवं महिलाओं की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाया जा सके। यह योजना उपहार की तरह है, इसीलिए इस योजना का नाम “मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना” रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत गरीब परिवार की महिलाओं / बच्चों आदि को उच्च गुणवत्ता वाला दूध प्रदान किया जाएगा ताकि उनमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाए और वह जल्दी किसी भी बीमारी की गिरफ्त में ना आएं।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना हरियाणा से मिलने वाले लाभ
- लाभार्थियों को हफ्ते में 6 दिन, 200 मिलीलीटर फोर्टीफाइड स्किम्ड मिल्क पाउडर प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत 1-6 वर्ष के लगभग 03 लाख बच्चों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
- राज्य सरकार द्वारा 95 लाख गर्भवती महिलाओं/ दूध पिलाने वाली माताओं को लाभ पहुंचाने का इरादा है।
- यह फोर्टीफाइड स्किम्ड मिल्क साल में कम से कम 300 दिन तकबांटा जाएगा।
- यह योजना पूर्ण रूप से मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाएगी।
- इस योजना के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाली कार्यकर्ता ग्रामीण स्तर पर लाभार्थियों के घर-घर जाकर फ्लेवर्ड मिल्क पाउडर प्रदान करेंगी।
- मिल्क पाउडर उच्च गुणवत्ता वाला होगा जो लाभार्थियों को उचित विटामिन प्रदान करेगा।
- यह दूधनिम्नलिखित 6 फ्लेवर में उपलब्ध करवाया जाएगा।
चॉकलेट, गुलाब, इलायची, वनीला, प्लेन तथा बटरस्कॉच
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना हरियाणा का लाभ लेने के लिए पात्रता
- हरियाणा राज्य की मूल निवासीमहिलाएं / गर्भवती औरतें एवं बच्चे इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- यह योजना केवल गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के लिए ही मान्य है।
- कोई भी बच्चा जो 1 से 6 साल के बीच में है, उसको भी इस योजना के फल स्वरुप लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना हरियाणा आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- मूल निवासी प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है, किसी और राज्यकी महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- केवल गर्भवती महिलाएं, बच्चे और स्तनपान करने वाली माताओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।अन्य किसी को भी इस योजना के तहत सामग्री प्रदान नहीं की जाएगी।
- जातीय प्रमाण पत्र होना भी अनिवार्य है, यह योजना केवलनिम्न श्रेणी की महिलाओं के लिए ही है।
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
आवेदन प्रक्रिया
- इस योजना के लिए किसी भी प्रकारकी आवेदन प्रक्रिया नहीं है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही इस योजना के तहत घर-घर जाकर दूध प्रदान करेंगी।
- दूध प्रदान करने से पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लाभार्थी की थोड़ी सी जानकारी लेंगी जैसे कि आवेदक का नाम, पता, उसकी उम्र, जातीय प्रमाण पत्र एवं मोबाइल नंबर।
- सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पेपरवर्क (paper work) कंप्लीट कर लेंगी और उसके बाद लाभार्थी को दूध प्रदान किया जाएगा।
- इस प्रकार लाभार्थीमहिलाएं एवं माताएं “मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना” का लाभ लेने के योग्य बन पाएंगी।
हरियाणा सरकार ने इस योजना की शुरुआत इसीलिए की है क्योंकि इस महामारी के दौरान गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार की महिलाएं एवं बच्चे अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते। उनके पोषण स्तर को बढ़ाने हेतु राज्य सरकार ने इस योजना का संचालन किया। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले गरीब परिवार जो अपने लिए एक वक्त का खाना भी जुटा नहीं पाते, उन परिवारों की महिलाओं एवं बच्चों को मुफ्त में दूध प्रदान करके उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है। यह एक बहुत बड़ी बात है, ऐसी योजना से अच्छे भविष्य का निर्माण होगा।